Monday, May 25, 2015

आशा और इच्छा - गीता सार ( A Motivation for life )




कभी कभी आशा और इच्छा के कारण मनुष्य दुःख और सुख का अनुभव करता है। लेकिन अपनी इच्छा को पूर्ण करने के लिए किसी से इच्छा या आपेक्षा करना कहा तक सही है। और हमारी इच्छा अगर पूरा न हो तो हम प्रतिशोद से भर जाते है। ये भी क्या सही है।