Tuesday, November 25, 2014

Hindi Motivational stories.........नया जन्म

नया जन्म

           एक बार कि बात है एक चोर राजा के महल से चोरी करके भाग रहा था , राजा के सिपाही ने जान लिए कि कोई चोर आया है ,सिपाही उसके पद चिन्ह को देखकर उसका पीछा करने लगे। चोर महल के बाहर निकल गया था। राजा के सिपाही उसके पद चिन्ह के साथ चलते गये। एक जगह वो रुख गए क्यों की उसके आगे कोई चिन्ह उन्हें नहीं मिला तो सिपाहियों ने अंदाजा लगया चोर गॉव के बाहर नहीं गया है। वो गॉव में ही है। और गाँव में चौराहे के मैदान में प्रवचन चल रहा था। सिपाही को लग चोर भी हो ना हो इसी सतसंग में छिपकर बैठ गया है।
वो भी वही खड़े हो गये।

       सतसंग में महाराज ने कहा की ,"भगवन ने कहा है जो सच्चे दिल से मेरी शरण आता है। उसके सारे पाप भस्म हो जाता है। और उसका नया जन्म हो जाता है। बस उसे एक बार कहना है दिल से की ," भगवान आज से मैं तेरी शरण लेता हूँ।  मैं तेरा तू मेरा , और आज के बाद कभी कोई पाप कर्म नहीं करूँगा।

     चोर सतसंग में बैठा हुआ था उसको ये बात लगी। उसने मन ही मन दिल से प्रतिज्ञा कि और भगवान की शरण लेली। सतसंग पूरा हुआ। सभी गुरु से मिलने के लिये कतार में खड़े हो गये और गुरु से आशीर्वाद  लेकर अपने अपने घर जाने लगे। लेकिन गेट के पास राजा के सिपाही सभी के पैरों के चिन्ह का परिक्षण कर रहे थे। उसमें एक व्यक्ति का पद चिन्ह मिला जिसकी वो तलाश कर रहे थे। और सिपाहियों ने उसको राजा के समाने पेश किया। राजा ने पूछा तुमने चोरी कि है ? उसने कहा। " नहीं राजा जी इस जन्म में मैंने कोई चोरी नहीं कि। राजा के सिपाहियों ने कहा ये झूठ बोल रहा है। इसके पद चिन्ह चोर के पद चिन्ह से मिलते है। राजा ने सोचा चलो एक परीक्षण करते है। उस व्यक्ति के हाथ में एक पत्ता रख दिया गया और उसके ऊपर गरम लोहा को रख दिया। इससे न उसका हाथ जला न पत्ता जला। तब राजा ने उस से कहा हमें माफ़ करना आप चोर नहीं है। अब आप जा सकते है। तब उस व्यक्ति ने कहा राजा जी आपका धन जंगल के इस जगह में है। तो राजा ने सिपाहियों को भेजा उस जगह तो धन मिला। ये देखकर राजा ने पूछा "एक बात नहीं समझ में आया अपने चोरी नहीं की फिर आपको धन के बारे में कैसे पत्ता चला ? और आपके हाथ भी नहीं जले ?

      उस व्यक्ति ने कहा ," राजन में यहाँ से चोरी करके जंगल में धन छुपाकर सतसंग में जा कर बैठ गया ताकी मुझे कोई पकड़ ना सके। लेकिन सतसंग की एक बात मेरे दिल में उतर गयी ," जो दिल से भगवान के शरण जाता है उसके सारे पाप धूल जाते है और उसका नया जन्म हो जाता है अगर वो सच्चे दिल से प्रतिज्ञा करे तो "
और मैंने वैसे ही किया इस लिए मेरा नया जन्म हुआ है। मेरे हाथ भी नहीं जले। और इस जन्म में मैं सच्चा भक्त हूँ इसलिये धन का पता बता दिया।

सीख - सच्चे दिल पर साहेब राजी याने एक बार कोई ऐसी प्रतिज्ञा कर ले तो भगवान उसका काया कल्प कर देता है। 

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