Monday, December 30, 2013

"एक चिंतन "

एक चिंतन  .... 


आज इस साल का आखरी दिन है
ये दिन भी हम को बहुत कुछ सिकता है
आज के दिन सभी उत्सव मानाते है
इंसान अपने इस जीवन के आखरी दिन
पर भी उत्सव मनाता तो श्याद जीवन का
आनंद और रंग बहुत अलग होता 
ये दुनिया ही कुछ और होता
आज इस साल का आखरी दिन है
ये दिन भी हम को बहुत कुछ सिकता है
बड़ी अजीब सी बात है
हमारे जीवन का आखरी दिन
कब है इस का भी पता नहीं 
आज इस साल का आखरी दिन है
ये दिन भी हम को बहुत कुछ सिकता है
इस के लिये मुझे लगता है
हम सब को जीते जी मरना होगा
और तभी हम अपने जीवन के आखरी दिन
को एक उत्सव मे परिवर्तन कर पायेंगे 
आज इस साल का आखरी दिन है
ये दिन भी हम को बहुत कुछ सिकता है
अपने अंतर मन में हलचल है
तो आज खुशिया जरूर मनाये 
और अपने जीवन के आखरी दिन 
कैसा होगा और कैसा होना चाहिए 
इस पर भी ज़रा सोचिये 
शयद जीवन परिवर्तन की रह मिले
आज इस साल का आखरी दिन है
ये दिन भी हम को बहुत कुछ सिखाती है
 
ॐ शांति .............



Sunday, December 29, 2013

" नये साल के अगमन मे " Happy New Year 2014

नये साल के अगमन मे
खुशिया की है दस्तक
एक दिन की खुशी नहीं
पूरे साल भर की खुशिया है 
सिर्फ देखना है किसी भी 
बात से हमारी ख़ुशी गुम न हो
नये साल के अगमन मे
खुशिया की है दस्तक
देखो पापा कहे मम्मी से
मम्मी कहे पापा से
मुन्नी कहे मुन्ना से
चुन्नी कहे चन्नू से
नये साल मुबारक
नये साल मुबारक
नये साल के अगमन मे
खुशिया की है दस्तक
सब के चहरे पर मुस्कान
आंखो मे है नयी ताजगी
अरे देखो सब के सब
सोचे पहले हम करेंगे हम करेंगे
नये साल की मुबारक
कोई एस म एस लिख रहा है
कोई ग्रीटिंग कार्ड्स बना रहा है
कोई पार्टी की बात कर रहा है
कोई ईमेल कर रहा है
कोई पगला दीवाना हम जैसा
कविता के द्वारा कर रहा है
नये साल की मुबारक
नये साल के अगमन मे
खुशिया की है दस्तक
नये साल की मुबारक


रमेश खाड़े

Wednesday, December 25, 2013

" हैप्पी क्रिसमस डे "

 

क्रिसमस कि कहानी यहाँ से सुरु होती है। ..........
क्राइस्‍ट के जन्‍म के संबंध में नए टेस्‍टामेंट के अनुसार व्‍यापक रूप से स्‍वीकार्य ईसाई पौराणिक कथा है। इस कथा के अनुसार प्रभु ने मैरी नामक एक कुंवारी लड़की के पास गैब्रियल नामक देवदूत भेजा। गैब्रियल ने मैरी को बताया कि वह प्रभु के पुत्र को जन्‍म देगी तथा बच्‍चे का नाम जीसस रखा जाएगा। व‍ह बड़ा होकर राजा बनेगा, तथा उसके राज्‍य की कोई सीमाएँ नहीं होंगी। देवदूत गैब्रियल, जोसफ के पास भी गया और उसे बताया कि मैरी एक बच्‍चे को जन्‍म देगी, और उसे सलाह दी कि वह मैरी की देखभाल करे व उसका परित्‍याग न करे। जिस रात को जीसस का जन्‍म हुआ, उस समय लागू नियमों के अनुसार अपने नाम पंजीकृत कराने के लिए मैरी और जोसफ बेथलेहेम जाने के लिए रास्‍ते में थे। उन्‍होंने एक अस्‍तबल में शरण ली, जहाँ मैरी ने आधी रात को जीसस को जन्‍म दिया तथा उसे एक नाँद में लिटा दिया। इस प्रकार प्रभु के पुत्र जीसस का जन्‍म हुआ। 

                  

 सान्‍ताक्‍लॉज़ ........ 

सेंट बेनेडिक्‍ट उर्फ सान्‍ताक्‍लॉज़, लाल रंग व सफ़ेद रंग का ड्रेस पहने हुए, एक वृद्ध मोटा पौराणिक चरित्र है, जो रेन्डियर पर सवार होता है, तथा समारोहों में, विशेष कर बच्‍चों के लिए एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वह बच्‍चों को प्‍यार करता है तथा उनके लिए चाकलेट, उपहार व अन्‍य वांछित वस्‍तुएँ लाता है, जिन्‍हें वह संभवत: रात के समय उनके जुराबों में रख देता है। 

 

                           

भारत में विशेषकर गोवा में कुछ लोकप्रिय चर्च हैं, जहाँ क्रिसमस बहुत जोश व उत्‍साह के साथ मनाया जाता है। इनमें से अधिकांश चर्च भारत में ब्रि‍टिश व पुरतगली  शासन के दौरान स्‍‍थापित किए गए थे। 

क्रिसमस समारोह अर्धरात्रि के समय के बाद, जिसे समारोह का एक अनिवार्य भाग माना जाता है, शुरू होते हैं। इसके बाद मनोरंजन किया जाता है। सुंदर रंगीन वस्‍त्र पहने बच्‍चे ड्रम्‍स, झांझ-मंजीरों के आर्केस्‍ट्रा के साथ चमकीली छडियां लिए हुए सामूहिक नृत्‍य करते हैं। क्रिसमस के दौरान प्रभु की प्रशंसा में लोग कैरोल गाते हैं। वे प्‍यार व भाईचारे का संदेश देते हुए घर-घर जाते हैं। क्रिसमस ट्री अपने वैभव के लिए पूरे विश्‍व में लोकप्रिय है। लोग अपने घरों को पेड़ों से सजाते हैं तथा हर कोने में मिसलटों को टांगते हैं।

 


Monday, December 23, 2013

" सफलता का राज शांत और सन्तुलित मन "



सफलता का राज शांत और सन्तुलित मन

जीवन मे तीन तरह के लोग रहते है
आप किस तरह के लोगो मे आते है
इसे जानिये और जहा बदलाव की
मार्जिन है वहा तुरंत बदलाव करे
और येही रास्ता आपको सफलता की और ले जायेगा

Monday, December 16, 2013

" नाम मान शान क्या करनी........"

                    

नाम मान शान क्या करनी........
बाबा तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है
ये महल अलमारी नहीं चहिये
तेरे दिल में गुज़ारा काफ़ी है
नाम मान शान क्या करनी.....

मेरे बाबा मुझे तेरी क़सम
मेरा प्यार भी तू, ईमान भी तू
तेरे दम से है मेरा दम
ज्ञान भी तू, ध्यान  भी तू
ऐसा वैसा क्या करना मुझे
मुझे तेरा नज़ारा काफ़ी है
नाम मान शान क्या करनी.....

प्यार मुहब्बत से दुनिया में
कुछ बढ़कर होता भी नहीं
ये बात तूने मुझे सिखाई
प्यार बिना तेरे, कुछ होता नहीं
ऐशो आराम नहीं चहिये मुझे
तेरे याद का सहारा काफ़ी है
नाम मान शान क्या करनी.....



रमेश 

Thursday, December 12, 2013

चलो चले एक नयी दुनिया देखे Part-2


                                                                                

चलो चले एक नयी दुनिया देखे 
                   विचार कल्पना का कोई सीमा नहीं है आपके अंदर कितनी रचनात्मक शक्ति है
               शयद आपको ही पता नहीं है और पता करने कि जरुरत नहीं बस उसका सही तरीके
              से इस्तेमाल करना है। कभी कोशिश करके देखिये। …

Friday, December 6, 2013

" चलो चले एक नयी दुनिया देखे "


किताबों में लिखे ज्ञान का अगर हकीकत में तब्दील हो जय तो फिर बात ही क्या ? ऐसा ही एक लेखक कि किताबो को हकीकत में रूपांतरण का दर्शन इस फ़िल्म में दिखाया गया है। आपको देखने में बड़ा आनंद
आयेगा। आपको ख़ुशी मिले येही हम चाहते है   ....

Thursday, December 5, 2013

" मैडिटेशन "



आज मैडिटेशन जीवन में शांति बनाये रखने के लिए एक जरुरत बन गया है 
आम आदमी को कही बार ये समझ में नहीं आता  ध्यान या मैडिटेशन कैसे करे 
क्यू कि ध्यान योग मैडिटेशन इन सब शब्दो से लोग परिचित जरुर है पर उसको 
लाइफ स्टाइल से कैसे जोड़े या कैसे सुरु करे बहुत सी बाते सामने आती है कभी कभी 
लगता ये भी है कि कब तक कितने समय तक करना है? 
ऐसे बहुत से सवाल हमारे मन में आते रहते है और हम बहुत बार देखा है कि इन 
सब को करने कि इच्छा मन तो आती है पर बहुत बार हम टाल देते है आज नहीं कल 
करते रहते है। … इस के लिए कहते है.. " जब जगे तब सबेरा " 
मेरे हिसाब से जब आपके मन में ये विचार आता है तो वाही सही समय है और उसी 
समय से सुरु करे। .... 
हर रोज थोडा समय दे और फिर धीरे धीरे बढ़ाते जय और में तो ये कहूंगा इस के लिए आप 
जहा से भी हो ज्ञान जरुर सुने और फिर अपने मन से बुद्धि से उस पर विचार भी करे 
जितना ज्यादा आप सुनेंगे उतना आपको अभ्यास करने में सहज होगा। 
और ये विडियो भी आपको बहुत मदत करेगा आराम से बैठकर देखे और प्रैक्टिस सुरु करे।
 
 

 

Sunday, December 1, 2013

" वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है "

 
 
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है
देख ज़रा नज़ारे उठाकर कोई आया है
अब छोड़ भी दे ये जमीन
तेरे लिए कोई नया असामा लेकर आया है
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है
अब नहीं करो तुम तनीक भी देरी
समय है ये बड़ा अनमोल
पल में बदल जायेगी तेरी तक़दीर
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है
छोड़ आलस अलबेलापन
ये तेरे है सब से बड़े दुशमन
जिस ने छीना है तेरा सुख चैन
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है
हटा दे तू आज सारे मन के भ्रम
चल अब चल तेरे इंतज़ार में है कोई
फिर नहीं मिलेगा ऐसी सौगात
वक्त कि आवाज़ येही है अब नहीं तो कब नहीं
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है
वो रात के मुसाफिर अब सुबह हुयी है