Friday, February 22, 2013

Bhagya Aur Kismat

आज सब सोचते है की लक्ष्मी घर में हो तो सुख जीवन में होगा और इसी विचार को पकड़कर  दिन सुरु करते है जब की सुख का रास्ता  ही कुछ और है सुख के लिए ज्ञान और एक सही समझ की जरुरत है इस संसार को  और इस के नियम को समझ ले तो जीवन सुखमय बन जायेंगा एक छोटा उदहारण से समझ ले तो पैसा से सुख नहीं पर सुख के साधन खरीद सकते है और सुख के साधन भी सदा काल का सुख नहीं दे सकता और ये भी देखा है की साधन के और ही हम गुलाम बन जाते है जब हम कोई चीज खरीद लेते है तो उस् का ध्यान रखते है याने पैसे से खरीदो और फिर उसकी देख रेख करो याने आमिर बनो और अमीरी की गुलमी करो .....वा  रे किस्मत ..एक राज की बात है किस्मत का सही अर्थ ये है ...
किस+ मत याने किसके मत पर चलो तो सुख मिलेंगा ये बहुत अहम् बात है अपना किस्मत बनाना है तो सुना है इश्वर की मत सर्व का कल्याण करी है ...ये हमने सुना है और इश्वर ही सर्व का सद्गति दाता है, मानुष तो दुर्गति दाता है इस लिए इश्वर की ही  मत पर चलो तो किस्मत सवार जाएँगी ...

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